अब और प्रेम के फंद परे
- हमें पूछत- कौन, कहाँ तू रहै ।
 
- हमें पूछत- कौन, कहाँ तू रहै ।
 
 
अहै मेरेह भाग की बात अहो तुम
- सों न कछु 'हरिचन्द' कहै ।
 
- सों न कछु 'हरिचन्द' कहै ।
 
 
यह कौन सी रीति अहै हरिजू तेहि
- भारत हौ तुमको जो चहै ।
 
- भारत हौ तुमको जो चहै ।
 
 
चह भूलि गयो जो कही तुमने हम
- तेरे अहै तू हमारी अहै ।
- भारतेंदु हरिश्चंद्र
 
 
 
 
 
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