यँहा पर हिन्दी साहित्य के प्रमुख रचनाकार एव कवियो कि अनमोल कृतियों के संकलन करने का प्रयास किया है
जला है जीवन यहआतप में दीर्घकाल;सूखी भूमि, सूखे तरु,सूखे सिक्त आलबाल;बन्द हुआ गुंज, धूलि--धूसर हो गये कुंज,किन्तु पड़ी व्योम उरबन्धु, नील-मेघ-माल।
एक टिप्पणी भेजें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें